Friday, November 23, 2012

मेरा दोष नहीं ( Its not my fault )

कैसे कहूँ के जो हुआ उसमें मेरा कोई दोष नहीं ...
हाँ जानता हूँ के पुरी तरह से निर्दोष भी नहीं.
कुछ गलतियाँ मुझसे भी हुई हैं तो ..
कुछ गलतियाँ मेरे वक़्त का तोहफा भी रही.

कुछ तो वक्त ने वक्त पे साथ नही दिया .....
वही कुछ मेरे अपनों ने भी फरेब किया.
मैं तुझे कैसे समझाऊँ मेरी रीत,
तू मान रही है गुनाहगार उसका, जो गुनाह मैने किया नहीं.

जी नहीं पा रहा हू इस बोझ के साथ ..
लड़ रहा हूँ सारी दुनिया से, तेरी यादों के साथ.
रीत दे दो तुम मुझे एक मौका ये बताने का ....

अभी वक़्त बुरा है मेरा, में बुरा नहीं.

Thursday, November 22, 2012

meri apni zindagi { my own life }

जोकर सी बन गई है जिंदगी सब को हंसाते हंसाते ....
खुद को कहाँ खो दिया है, पता ही नहीं चला ।
अफ़सोस करुँ के खुश होऊ, समझ नहीं आता मुझे ...
के किस राह पे था में चला ।
सब को बाँट दी सारी खुशियाँ  ...
खुद को जरूरत पड़ी, तो सब साथ छोड़ गए ।
कैसा ये दुनिया का सर्कस है ...
जब तमाशा ख़त्म हुआ, तो जोकर अकेला हो चला ।
कोई था भाई, कोई दोस्त तो कोई मां बाप भी थे..
था उन में कोई खास अपना भी ।
जब  जरूरत न थी, तो सब साथ देने को कहते थे... 
कोई जान तो कोई मान, तो कोई सब कुछ देने को कहते थे ।
आज गागर को जरूरत पड़ी, तो कोई साथ ना था ये पता चला ।
दिल रोया होंठ और भी जोर से हंसने लगे ...
यही है जिंदगी, ज़ी ले इसे कहने लगे ।
दुनिया हंसती रही मुझ पे, पर में रुका नहीं ...
 उम्मीदों का बोझ था मुझ पे, पर में थका नहीं ।
राहों में  अकेला था में, पर में चलता गया चलता गया ...
और दुनिया पुछती रही, अरे जोकर कहाँ चला कहाँ चला ।
ये तमाशा ये शो ये सर्कस, यूं ही चलता रहेगा ..
 जोकर यूं ही अकेले में रोता, भीड में हंसता रहेगा ।
ये जोकर भी हँसते - हँसते आख़िरी नींद सो जायेगा...
दुनिया फि़र भी हंसेगी और पुछेगी, अरे ओ जोकर कहाँ चला,
कहाँ चला तू कहाँ चला, ......,.......,......
.........................रैगर सुरेन्द्र गागर..........................
Life has bacome like a joker in making everyone laugh ..
where i lost my self i dont know..